पहले जैसी चांदनी शाम 🤗
#MoonlitMagic
वो शाम का आना
वो चांद का आना बहुत याद आता है।
वो आंगन में चारपाई और चटाई पर
सबका इक्ट्ठा होना बहुत याद आता है।
वो शाम को चांद की चांदनी मे
मां का खाना बनाना बहुत याद आता है।
वो सब भाई-बहनों का इक्ट्ठे बैठकर
शाम...
वो शाम का आना
वो चांद का आना बहुत याद आता है।
वो आंगन में चारपाई और चटाई पर
सबका इक्ट्ठा होना बहुत याद आता है।
वो शाम को चांद की चांदनी मे
मां का खाना बनाना बहुत याद आता है।
वो सब भाई-बहनों का इक्ट्ठे बैठकर
शाम...