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लौट आओ पापा...!!!
ये जमाना मुझे हर बात पे
गलत क्यों ठहरारा है पापा...
मैं इतनी भी बुरी नहीं
जीतना मुझे समझा जाता है पापा...
सच को सच और झूठ को झूठ ही तो बोलती हू.?.
तो मैं इतनी बुरी क्यों बन जाती हू पापा...
बड़ा दर्द है मेरे दिल मे
आप तो सब जानते हो ना पापा...
तो मुझे आ कर गले से क्
यो नही लगाते पापा...
ये स्ट्रॉन्ग होना इतना जरूरी क्यों है..??
मेरा रोना भी एकबार देख लो ना पापा...
मेरे सर से एक बार हाथ फेरो ना पापा..
मैं सुकून से सोना चाहती हू पापा...
बहुत भूखी हू मै,
कभी एक निवाला
अपने हाथो से खिला दो ना पापा...
वो पहले वाला प्यार लौटा दो ना पापा..!!
ये बड़े होने के चक्कर में
मैने अपना बचपन खो दिया पापा...
मुझे एक बार फिर से वो बचपना
लौटा दो ना पापा...
मैं थक जाती हू,डर जाती हू,
सहम जाती हू कभी कभी...
आकर एक बार मेरा हाथ
थाम लो ना पापा...
गिरते गिरते बहुत से चोटे खाई है पापा...
एक बार उन चोटों पर
प्यार की फूंक मार दो ना पापा...
जैसे बचपन में एक फूंक मार कर
दर्द को भगा देते थे...
आज भी आकर मेरा दर्द मिटा दो ना पापा...!!!
© A.subhash
#WritcoQuote #writco #MissingYou #Love&love #comeback
गलत क्यों ठहरारा है पापा...
मैं इतनी भी बुरी नहीं
जीतना मुझे समझा जाता है पापा...
सच को सच और झूठ को झूठ ही तो बोलती हू.?.
तो मैं इतनी बुरी क्यों बन जाती हू पापा...
बड़ा दर्द है मेरे दिल मे
आप तो सब जानते हो ना पापा...
तो मुझे आ कर गले से क्
यो नही लगाते पापा...
ये स्ट्रॉन्ग होना इतना जरूरी क्यों है..??
मेरा रोना भी एकबार देख लो ना पापा...
मेरे सर से एक बार हाथ फेरो ना पापा..
मैं सुकून से सोना चाहती हू पापा...
बहुत भूखी हू मै,
कभी एक निवाला
अपने हाथो से खिला दो ना पापा...
वो पहले वाला प्यार लौटा दो ना पापा..!!
ये बड़े होने के चक्कर में
मैने अपना बचपन खो दिया पापा...
मुझे एक बार फिर से वो बचपना
लौटा दो ना पापा...
मैं थक जाती हू,डर जाती हू,
सहम जाती हू कभी कभी...
आकर एक बार मेरा हाथ
थाम लो ना पापा...
गिरते गिरते बहुत से चोटे खाई है पापा...
एक बार उन चोटों पर
प्यार की फूंक मार दो ना पापा...
जैसे बचपन में एक फूंक मार कर
दर्द को भगा देते थे...
आज भी आकर मेरा दर्द मिटा दो ना पापा...!!!
© A.subhash
#WritcoQuote #writco #MissingYou #Love&love #comeback
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