मां
किसी से कुछ न कहना,अपना दुख दर्द अपने तक रखना ऐसी सिर्फ मां होती है
अपने हिस्से की खुशी अपने हिस्से की ख्वाहिशें,अपनी सारी चाहते सभी समेटकर अपने बच्चों की झोली में जो डाल देती है ऐसी...
अपने हिस्से की खुशी अपने हिस्से की ख्वाहिशें,अपनी सारी चाहते सभी समेटकर अपने बच्चों की झोली में जो डाल देती है ऐसी...