मंज़िल
काटे नहीं कटती ये रातें अँधेरी
सवेरा होने में अभी वक़्फ़ बाकि है
कुछ करने की चाह बाकि है
मंजिल तक पहुंचने की राह बाकि है
...
सवेरा होने में अभी वक़्फ़ बाकि है
कुछ करने की चाह बाकि है
मंजिल तक पहुंचने की राह बाकि है
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