यादे
याद बहुत आते है, फ़ुल्की चटनी वाले दिन
बीत गए है कई माह, समोसॆ तेरे बिन
याद बहुत आते है............
दिखी नहीं है, ठन्डी कुल्फ़ी ना आइस का ठेला
मिली नहीं हैं, प्यारी लससी ना ही कोका कोला
ना ही मिले आनंद ना ही काटे कट्ते दिन
याद...
बीत गए है कई माह, समोसॆ तेरे बिन
याद बहुत आते है............
दिखी नहीं है, ठन्डी कुल्फ़ी ना आइस का ठेला
मिली नहीं हैं, प्यारी लससी ना ही कोका कोला
ना ही मिले आनंद ना ही काटे कट्ते दिन
याद...