हर रूप में माँ
हर रूप में मुझे माँ ही नज़र आती हैं,
जन्म लिया मैंने, इस धरती पर धारिणी माँ तू कहलाती हैं,
हर रूप में मुझे माँ ही नज़र आती है।।
खेला कूदा जिस आँगन में,
पग-पग तू मुझको खिलाती है,
हर रूप...
जन्म लिया मैंने, इस धरती पर धारिणी माँ तू कहलाती हैं,
हर रूप में मुझे माँ ही नज़र आती है।।
खेला कूदा जिस आँगन में,
पग-पग तू मुझको खिलाती है,
हर रूप...