निराशा
नग्न देह, टपकता खून
दर-दर पर पीड़िता माँगती भीख
अच्छे भले बहरे लोगो ने
नही सूनी यातनाओं भरी चीख
सबने कहा कि आगे जाओ
इस रोगी समाज ने दी एक सीख
बेगुनाही तो...
दर-दर पर पीड़िता माँगती भीख
अच्छे भले बहरे लोगो ने
नही सूनी यातनाओं भरी चीख
सबने कहा कि आगे जाओ
इस रोगी समाज ने दी एक सीख
बेगुनाही तो...