8 views
तन्हा
अक्सर मेरी तन्हाई मुझसे सवाल करती मै इतनी बुरी तो नहीं ना कोई शोर होता है ना कोई चारो ओर होता है,
ना तुझे कोई चोट पहुचायेगा ना तुझे कोई सताएगा पर फिर क्या ऐसा पाना था तुझे जो लोगो कि भीड़ में जाना था तुझे।
क्या तन्हा इतना बुरा होना है।
तन्हा होके अब मुझे ये समझ आया खुद का वक्त बस खुद के साथ बिताओ क्यों कि तुम्हारे समय की कदर बस तुम्हे होना है दूसरो के लिए तो तुम बस खिलौना हो।
अब शायद समझ आया कि तन्हा इतना भी बुरा नहीं होना है।
© @kajalgupta
ना तुझे कोई चोट पहुचायेगा ना तुझे कोई सताएगा पर फिर क्या ऐसा पाना था तुझे जो लोगो कि भीड़ में जाना था तुझे।
क्या तन्हा इतना बुरा होना है।
तन्हा होके अब मुझे ये समझ आया खुद का वक्त बस खुद के साथ बिताओ क्यों कि तुम्हारे समय की कदर बस तुम्हे होना है दूसरो के लिए तो तुम बस खिलौना हो।
अब शायद समझ आया कि तन्हा इतना भी बुरा नहीं होना है।
© @kajalgupta
Related Stories
6 Likes
0
Comments
6 Likes
0
Comments