सुहानी शाम
शाम ढली पुरवाई छाई,
मौसम ने जैसे ली अंगड़ाई,
देख लालिमा को ढलते
चिड़ियां भी चेहचहाई,
देखकर ये समा फूलों ने
भंवरो से कहा...
मौसम ने जैसे ली अंगड़ाई,
देख लालिमा को ढलते
चिड़ियां भी चेहचहाई,
देखकर ये समा फूलों ने
भंवरो से कहा...