...

6 views

मुलाक़ात...
यूं तो ज़िंदगी मेहरबान कम ही होती है,
लेकिन तुमसे मुलाक़ात की घड़ी जो होती है,
ख़त्म होने के बाद भी ख़त्म नहीं होती है।
मेरे दिल की हर धड़कन तेरी यादें संजोती है।
तेरे आगो़श का सुकून कब भूल पाता है मन,
मिलकर और भी तुझे पा लेना चाहता है मन,
मेरे बस में नहीं है ख़ुदको रोकना
तुझे मोहब्बत करने से,
सांसों की माला तेरे नाम के मोती पिरोती है।
मेरे जीवन का सरमाया हो गया है तू,
कोई नेकी का सिला बन आया है तू।
तेरे साथ जो बीती बस वही ज़िंदगी होती है,
तुमसे मुलाक़ात की घड़ी ख़त्म होकर भी ख़त्म नहीं होती है।
AAPKI SEHZADI💞
#lovelove #MissingYou
© Haniya kaur