बेदर्द इश्क....
ये इश्क का दर्द भी कितना निराला
जो भी पी लिया इसका प्याला
दर्द हो पर दर्द का एहसास न हो
दिल मे हो पर चेहरे पर एहसास न हो
जमाना भी कितना बेदर्द निकला
इश्क को भी बदनाम कर दिया
सच्चे प्यार को तोहमत लगा दिया
जो दिल के पास थे उसे दूर कर दिया
क्या समझेगा कोई इसके एहसास को
जिसके पास दिल ही नही जज्बात का ।।
जो भी पी लिया इसका प्याला
दर्द हो पर दर्द का एहसास न हो
दिल मे हो पर चेहरे पर एहसास न हो
जमाना भी कितना बेदर्द निकला
इश्क को भी बदनाम कर दिया
सच्चे प्यार को तोहमत लगा दिया
जो दिल के पास थे उसे दूर कर दिया
क्या समझेगा कोई इसके एहसास को
जिसके पास दिल ही नही जज्बात का ।।