मुझे मुझसे बेहतर.......
मुझे मुझसे बेहतर.....
मुझे मुझसे बेहतर
मेरा कमरा जानता है
समन्दर सी गहरी मेरी इन
आँखों को मुझसे बेहतर
मेरा तकिया जानता हैं
रेलगाड़ी सी तेज गति वाली मेरी इन
धड़कनों को मुझसे बेहतर
मेरा बिस्तर जानता हैं
खामोश शख्श के अंदर के
शोर को मुझसे बेहतर मेरा कमरा जानता हैं !
गर कभी खो जाऊं मैं
इस दुनिया की भीड़ में
और मिलना हो...
मुझे मुझसे बेहतर
मेरा कमरा जानता है
समन्दर सी गहरी मेरी इन
आँखों को मुझसे बेहतर
मेरा तकिया जानता हैं
रेलगाड़ी सी तेज गति वाली मेरी इन
धड़कनों को मुझसे बेहतर
मेरा बिस्तर जानता हैं
खामोश शख्श के अंदर के
शोर को मुझसे बेहतर मेरा कमरा जानता हैं !
गर कभी खो जाऊं मैं
इस दुनिया की भीड़ में
और मिलना हो...