पिता
कुछ पंक्तियाँ उनके लिए,
जो अपने पिता से,
ख़ुद को ,बेहतर पाते है
हर पिता की चाहत होती है
उसका लाल, अच्छा नाम करें,
बेटे से बने पहचान मेरी,
ऐसा कोई काम करे
बैसक माँ का आंचल
माँ का दुलार , और ममता
इस दुनिया मे बड़ी होती है
मत भूलो, तुम्हारे दुःख मे,
एक और परछाई साथ खड़ी होती हैं
हाँ, पिता स्वभाव से कठोर,
पर, मन से वो भी कोमल होते है
जब किसी दुःख मे हो , तुम तो...
जो अपने पिता से,
ख़ुद को ,बेहतर पाते है
हर पिता की चाहत होती है
उसका लाल, अच्छा नाम करें,
बेटे से बने पहचान मेरी,
ऐसा कोई काम करे
बैसक माँ का आंचल
माँ का दुलार , और ममता
इस दुनिया मे बड़ी होती है
मत भूलो, तुम्हारे दुःख मे,
एक और परछाई साथ खड़ी होती हैं
हाँ, पिता स्वभाव से कठोर,
पर, मन से वो भी कोमल होते है
जब किसी दुःख मे हो , तुम तो...