तन्हाई
ये मौसम और तन्हाई
और याद तुम्हारी आई
ना कुछ और मैं चाहूँ
तू आजा बस हरजाई
एक और कदम ना तेरे बिन
तेरे संग की तलब...
और याद तुम्हारी आई
ना कुछ और मैं चाहूँ
तू आजा बस हरजाई
एक और कदम ना तेरे बिन
तेरे संग की तलब...