मेरी मम्मी - For Hosteler 🤱
माँ, तेरी गोद में सुकून था बसा,
तेरे हाथों की रोटी में प्यार था कसा।
बचपन की लोरी, तेरी वो बातें,
अब भी दिल में सजीव सी लगती हैं रातें।
तेरी ममता की छांव, वो प्यारी निगाहें,
हर मुश्किल में बिन कहे समझ जाती राहें।
तेरे हाथों की वो चाय, सर्दियों का सहारा,
तेरे बिना हर...
तेरे हाथों की रोटी में प्यार था कसा।
बचपन की लोरी, तेरी वो बातें,
अब भी दिल में सजीव सी लगती हैं रातें।
तेरी ममता की छांव, वो प्यारी निगाहें,
हर मुश्किल में बिन कहे समझ जाती राहें।
तेरे हाथों की वो चाय, सर्दियों का सहारा,
तेरे बिना हर...