हे कृष्ण
तुझे भूल जाऊं,
तो जीवन कैसा ?
तेरे पास न आऊं,
तो सुकून कैसा ?
सुबह और शाम तुझे याद न करूँ,
तो वक्त कैसा ?
दर्द में तुझे न पुकारूं,
तो दर्द कैसा ?
खुशी में तुझे आभार न जताऊं,
तो सुख कैसा ?
सुनो, कृष्ण !
सफल होने के लिए सारे किताब पढ़ लूं,
और श्रीमद्भगवद्गीता न...
तो जीवन कैसा ?
तेरे पास न आऊं,
तो सुकून कैसा ?
सुबह और शाम तुझे याद न करूँ,
तो वक्त कैसा ?
दर्द में तुझे न पुकारूं,
तो दर्द कैसा ?
खुशी में तुझे आभार न जताऊं,
तो सुख कैसा ?
सुनो, कृष्ण !
सफल होने के लिए सारे किताब पढ़ लूं,
और श्रीमद्भगवद्गीता न...