बचपन का एहसास
#स्मृति_कविता
बचपन का वो अनोखा सा दृश्य जो आखों को याद आया,
वो जब छोटी श्रेया एक प्यारी गुड़िया को खिलाया करती थी ,
वो गुडिया को अपनी खुशी लुटाया करती थी,
याद है वो अकेलापन का सुकून,
अनजान सा...
बचपन का वो अनोखा सा दृश्य जो आखों को याद आया,
वो जब छोटी श्रेया एक प्यारी गुड़िया को खिलाया करती थी ,
वो गुडिया को अपनी खुशी लुटाया करती थी,
याद है वो अकेलापन का सुकून,
अनजान सा...