अजनबी
ख़ामोश निगाहें छुपाती है
दिल से निकलती हुई आहें,
बातों को छिपाने में
अब अजनबी ये निगाहें हुई,
गुज़रे पल...
दिल से निकलती हुई आहें,
बातों को छिपाने में
अब अजनबी ये निगाहें हुई,
गुज़रे पल...