ज़िन्दग़ी की नाव पर
ज़िन्दगी की नाव पर
क्यों है सवार एक पांव पर
डूब ना जाना तू ए मुसाफ़िर
हालातों ने बना ही दिया तुझे काफ़िर
जो काट रहा है तू तूने तो नहीं था बोया
फिर भी किस्मत के आगे तू ही...
क्यों है सवार एक पांव पर
डूब ना जाना तू ए मुसाफ़िर
हालातों ने बना ही दिया तुझे काफ़िर
जो काट रहा है तू तूने तो नहीं था बोया
फिर भी किस्मत के आगे तू ही...