उधेड़बुन।
बातों से असरदार सा लगता है
वो शख़्स मुझे समझदार सा लगता है।
नफा नुकसान देखकर निभ रहे रिश्ते
ये घर अब बाजार सा लगता है।
घर से निकलते कभी देखा नही उसे
वो आदमी मुझे...
वो शख़्स मुझे समझदार सा लगता है।
नफा नुकसान देखकर निभ रहे रिश्ते
ये घर अब बाजार सा लगता है।
घर से निकलते कभी देखा नही उसे
वो आदमी मुझे...