हाँ वो...पागल लगती है।
हाँ वो और खूबसूरत लगती है,
जब बालों को हाथो से संवरती है।
दुपट्टे को हवा में उलझा के यूं मस्ती में,
मानो कोई तितली फूलों पर मचलती हो।।
नकल समझदार होकर वो,
समझदारी की नादानी करती है।
हाये! उसके कानों में उससे बड़ा झुमका,
जब भी देखूँ उसको वो पागल ही लगती है।
© Mr. Busy
जब बालों को हाथो से संवरती है।
दुपट्टे को हवा में उलझा के यूं मस्ती में,
मानो कोई तितली फूलों पर मचलती हो।।
नकल समझदार होकर वो,
समझदारी की नादानी करती है।
हाये! उसके कानों में उससे बड़ा झुमका,
जब भी देखूँ उसको वो पागल ही लगती है।
© Mr. Busy