तेरा गुरुत्वाकर्षण
हर वक़्त तेरे अक्स से टिक कर खड़ा रहता हूँ
तेरे आकर्षण का गुरुत्वाकर्षण है यह
वरना बिन डोर की पतंग बना उड़ा फिरता हूँ
ठहराव है तू किसी टापू के मानिंद
वरना बिना छोर का समुंदर बना फिरता हूँ
© @vi
तेरे आकर्षण का गुरुत्वाकर्षण है यह
वरना बिन डोर की पतंग बना उड़ा फिरता हूँ
ठहराव है तू किसी टापू के मानिंद
वरना बिना छोर का समुंदर बना फिरता हूँ
© @vi