...

13 views

ख़्वाबों से मेलजोल
#ख्वाबोंकीदुनिया

सोचा था जिसे ख़ुद का मसीहा
न जाने क्यों वही ज़िंदगी तबाह कर गया
हंसते खेलते दिल को मेरे
पल भर में यूं वीरान कर गया

टूट कर कुछ ऐसे बिखरने लगी मैं
जैसे शाख़ से टूटा पत्ता कोई
न जाने किस बात की सज़ा मिली मुझे
जग से अनजान मैं रहने लगी खोई खोई

मन में उठा बवंडर हालात बद से बद्तर हुए
रहने लगी मुरझाईं सी मैं सपने तितर बितर हुए
अब तो एक ही आस है पनपने लगी
छोड़ इस दुनिया को मैं
एक नयी दुनिया में बढ़ने लगी

जहां सिर्फ प्यार और सम्मान का
बोलबाला हो
जहां दिल साफ़ और नीयत पाक़
लोगों का बसेरा हो
थक चुकी हूं मैं इस झूठ का बोझ उठाते उठाते
अब सिर्फ मैं और मेरी अच्छाई
हम दोनों का यहां डेरा हो
हम दोनों का यहां डेरा हो।।।


© Aphrodite