होली अपनों संग .........
रंगों को गले लगाकर
द्वेष को भी तनिक भूलाकर,
पकवानों की खूशबु में स्वयं को डूबाकर
साथ में मीठी-मीठी यादें बनाकर,
होली की रंगोली बनाई
प्रयास संग हर्ष की ज्योति जलाई,
अपनों के साथ गुलाल उड़ाई
धरा अंबर ने...
द्वेष को भी तनिक भूलाकर,
पकवानों की खूशबु में स्वयं को डूबाकर
साथ में मीठी-मीठी यादें बनाकर,
होली की रंगोली बनाई
प्रयास संग हर्ष की ज्योति जलाई,
अपनों के साथ गुलाल उड़ाई
धरा अंबर ने...