भारत की कल्पना
//भारत की कल्पना//
ख़्वाब संजोया दिल में
छू लूं आकाश, मैं जाकर,
गौरव बढ़ाऊं भारत का
ऊंचा कर दूं माता-पिता का सर;
"कल्पना" ही तो थी वो भारत की,
आकाश में जाकर साकार हुई;
अभिमान बनी वो भारत का,
सम्मान की भागीदार हुई;
भारत की वो बेटी थी,
करनाल में जिसने जन्म लिया;
जाउंगी मैं क्षितिज पार,
पूरा ये संकल्प लिया;
पुरुषों का प्रतिनिधित्व करने अंतरिक्ष में
अमरीका से "नील" गया
भारत से गया "राकेश",
लांघ दहलीज, आओ नारी तुम
"कल्पना" का भी यही संदेश
यही संदेश.....;
© shobha panchariya
#मेरीकविता
#जन्मदिनविशेष
#कल्पनाचावला
#writco
#quoteofmine
ख़्वाब संजोया दिल में
छू लूं आकाश, मैं जाकर,
गौरव बढ़ाऊं भारत का
ऊंचा कर दूं माता-पिता का सर;
"कल्पना" ही तो थी वो भारत की,
आकाश में जाकर साकार हुई;
अभिमान बनी वो भारत का,
सम्मान की भागीदार हुई;
भारत की वो बेटी थी,
करनाल में जिसने जन्म लिया;
जाउंगी मैं क्षितिज पार,
पूरा ये संकल्प लिया;
पुरुषों का प्रतिनिधित्व करने अंतरिक्ष में
अमरीका से "नील" गया
भारत से गया "राकेश",
लांघ दहलीज, आओ नारी तुम
"कल्पना" का भी यही संदेश
यही संदेश.....;
© shobha panchariya
#मेरीकविता
#जन्मदिनविशेष
#कल्पनाचावला
#writco
#quoteofmine