हमसफ़र
जब राह पर चलकर थक जाओगे
किसी हमसफ़र का साथ चाहोगे,
जो खुशियों में ही नहीं
गम में भी साथ दे,
माथे के पसीने को
प्यार के एहसास से थाम दे,
लेकर सारी परेशानी हमारी
सारी खुशियां वार दे,
देकर अपनी वफ़ा का साथ
हर कसम बांट ले,
दुआ वास इतनी है उस खुदा से
कि छीन लिया है जिसे उसने
उसे अपनी दरखतो में प्यार दे,
अगर इतना भी नहीं कर सकता
तो मुझे भी इस ज़िंदगी से निजात दे।।
किसी हमसफ़र का साथ चाहोगे,
जो खुशियों में ही नहीं
गम में भी साथ दे,
माथे के पसीने को
प्यार के एहसास से थाम दे,
लेकर सारी परेशानी हमारी
सारी खुशियां वार दे,
देकर अपनी वफ़ा का साथ
हर कसम बांट ले,
दुआ वास इतनी है उस खुदा से
कि छीन लिया है जिसे उसने
उसे अपनी दरखतो में प्यार दे,
अगर इतना भी नहीं कर सकता
तो मुझे भी इस ज़िंदगी से निजात दे।।