कुछ कहना है।
एक कदम तुम बढ़ाओ, एक हाथ हम देंगे,
धड़कनो को अपनी तुम चलाओ, साँस हम लेंगे,
प्यार तुम करो, समझ हम लेंगे
इज़हार हम करेंगे, समझा भी देंगे
वो बर्फ का गोला तुम छीनोगे, हम मुस्कुरा देंगे,
देख कर तुम्हे, हम अपना हर दिन यूँही गुज़र लेंगे।
दीवारों पर तुम चलना, हाथ हम पकड़...
धड़कनो को अपनी तुम चलाओ, साँस हम लेंगे,
प्यार तुम करो, समझ हम लेंगे
इज़हार हम करेंगे, समझा भी देंगे
वो बर्फ का गोला तुम छीनोगे, हम मुस्कुरा देंगे,
देख कर तुम्हे, हम अपना हर दिन यूँही गुज़र लेंगे।
दीवारों पर तुम चलना, हाथ हम पकड़...