कुछ कहना है।
एक कदम तुम बढ़ाओ, एक हाथ हम देंगे,
धड़कनो को अपनी तुम चलाओ, साँस हम लेंगे,
प्यार तुम करो, समझ हम लेंगे
इज़हार हम करेंगे, समझा भी देंगे
वो बर्फ का गोला तुम छीनोगे, हम मुस्कुरा देंगे,
देख कर तुम्हे, हम अपना हर दिन यूँही गुज़र लेंगे।
दीवारों पर तुम चलना, हाथ हम पकड़ लेंगे,
डरना मत, गिरने से पहले संभाल लेंगे।
कभी मिलने मे देरी हो जाये तो
चाहे रूठ तुम जाना, मना हम लेंगे।
ठंड लगे तुम्हे तो अपना जैकेट तुम्हे पहना देंगे,
तुम आराम से आंखे बंद कर लेना,
हम तो उन सर्द हवाओं को भी सह लेंगे।
टिका देना हमारे कंधे पर अपना सर,
तुम्हारे चेहरे पर आती लटों को
धीरे से कानों के पीछे धकेल देंगे,
तुम्हारे माथे की ठंडक को
अपने होंठो की गर्मी से मिटा हम देंगे।
© inked_heights
धड़कनो को अपनी तुम चलाओ, साँस हम लेंगे,
प्यार तुम करो, समझ हम लेंगे
इज़हार हम करेंगे, समझा भी देंगे
वो बर्फ का गोला तुम छीनोगे, हम मुस्कुरा देंगे,
देख कर तुम्हे, हम अपना हर दिन यूँही गुज़र लेंगे।
दीवारों पर तुम चलना, हाथ हम पकड़ लेंगे,
डरना मत, गिरने से पहले संभाल लेंगे।
कभी मिलने मे देरी हो जाये तो
चाहे रूठ तुम जाना, मना हम लेंगे।
ठंड लगे तुम्हे तो अपना जैकेट तुम्हे पहना देंगे,
तुम आराम से आंखे बंद कर लेना,
हम तो उन सर्द हवाओं को भी सह लेंगे।
टिका देना हमारे कंधे पर अपना सर,
तुम्हारे चेहरे पर आती लटों को
धीरे से कानों के पीछे धकेल देंगे,
तुम्हारे माथे की ठंडक को
अपने होंठो की गर्मी से मिटा हम देंगे।
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