एक माँ
#InvisibleThreads
एक माँ से पूछो दर्द है क्या,
वो समेट तुम्हे समझायेगी,
कैसे पाला है महीने नो,
अपनी कोख वो दिखलायेगी,
हर दिन हर पल बस सोच...
एक माँ से पूछो दर्द है क्या,
वो समेट तुम्हे समझायेगी,
कैसे पाला है महीने नो,
अपनी कोख वो दिखलायेगी,
हर दिन हर पल बस सोच...