बहला कर
हमें हमारे हाल पर छोड़ दिया उसने,कुछ देर तक मन बहला कर,
वो फिर से सत्ता पाना चाहता हैं,लोगों पर धर्म का रंग चढ़ाकर,
बन गया शांति का दूत अब वो भी,पहले गरीबों की बस्तियां जलाकर,
उठा रहा हैं देश का वो सिर बड़ा ऊंचा, राजनीति का स्तर गिराकर,
...
वो फिर से सत्ता पाना चाहता हैं,लोगों पर धर्म का रंग चढ़ाकर,
बन गया शांति का दूत अब वो भी,पहले गरीबों की बस्तियां जलाकर,
उठा रहा हैं देश का वो सिर बड़ा ऊंचा, राजनीति का स्तर गिराकर,
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