तेरे इंतज़ार में राख होकर भी इंतज़ार में है
राख हुआ इंतज़ार में तेरे लेकिन
निशान ए वफ़ा बनकर बाक़ी हूं
तू आएगा ज़रूर देखने मुझको
ज़रूर रंज होगा इस में देख कर तुझको
बता क्या कसूर मेरा जो तू ना आया
मैं एहद ए वफ़ा की सरहद...
निशान ए वफ़ा बनकर बाक़ी हूं
तू आएगा ज़रूर देखने मुझको
ज़रूर रंज होगा इस में देख कर तुझको
बता क्या कसूर मेरा जो तू ना आया
मैं एहद ए वफ़ा की सरहद...