मन के द्वंद युद्ध का ज़िक्र किसी करूं..........✍🏻
मन में उठते हुए प्रश्नों की कहानी कैसे लिखूं
उसके तमाम मतलबों की निशानी कैसे लिखूं
मुझे अक्सर कुछ बातें यूं परेशान कर जाती है
तमाम मचलते हुए नज़रों की जवानी कैसे लिखूं
इसका उसका लहज़ा मुझे अक्सर टटोलता है
इस उम्र की आज़मानी की इम्तिहानी कैसे लिखूं
बदलते हुए नजरिए के साथ सफ़र तय किया है
मैं उन नज़रों के चक्रव्यूह की रवानी कैसे लिखूं
मुझे ना जाने क्यों सबके एहसास समझ...
उसके तमाम मतलबों की निशानी कैसे लिखूं
मुझे अक्सर कुछ बातें यूं परेशान कर जाती है
तमाम मचलते हुए नज़रों की जवानी कैसे लिखूं
इसका उसका लहज़ा मुझे अक्सर टटोलता है
इस उम्र की आज़मानी की इम्तिहानी कैसे लिखूं
बदलते हुए नजरिए के साथ सफ़र तय किया है
मैं उन नज़रों के चक्रव्यूह की रवानी कैसे लिखूं
मुझे ना जाने क्यों सबके एहसास समझ...