ख्वाब —
ख्वाब —
सुकून से दूर
दहलीज़ के पार
जन्म लेता है
जैसे कांटों के डाल में
गुलाब खिलता है...
सुकून से दूर
दहलीज़ के पार
जन्म लेता है
जैसे कांटों के डाल में
गुलाब खिलता है...