...

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मुठ्ठी भर कर चाहत लेकर
मुठ्ठी भर कर चाहत लेकर, दिल में नेक इनायत लेकर
निकल पड़ा मैं नए सफ़र में, वही पुरानी ख्वाहिश लेकर
टूटे सपने, भूली यादें, छोटी-छोटी कुछ फरियादें
बुनने को एक नयी कहानी, हिम्मत और इरादे लेकर
कटी पतंगों के टुकड़ों से, फिर से एक बनाकर नाव
चीख रहे घावों से कहकर, कुछ दिन यार ठहर जाओ
दूर सवेरे की चाहत में,...