'निशान'
निशान हमारे दिलों पर रह जाते हैं,
बन जाते हैं जिनके 'अपने' हम जैसे लोग,
दूर उनसे कभी भी कहाँ जा पाते हैं ?
सीढ़ियाँ...
बन जाते हैं जिनके 'अपने' हम जैसे लोग,
दूर उनसे कभी भी कहाँ जा पाते हैं ?
सीढ़ियाँ...