दर्द होता हैं
सुनो दर्द होता है यार
जब एहसास होता है
मुझसे ज्यादा तू किसी और से इश्क करता हैं
तेरी बातों में खुद को उलझा लूं
अपने दिल को मैं सम्हालूं
आंखो से सैवाल न रोक पाऊं मैं..
जब एहसास होता हैं
मुझसे ज्यादा तू किसी और की फिक्र करता है
दिल को बहुत समझाती हूं
हक नहीं मुझे
तुझसे इश्क मांगने का
तू जिससे चाहे मोहब्बत कर
हक नही है मुझे ...
जब एहसास होता है
मुझसे ज्यादा तू किसी और से इश्क करता हैं
तेरी बातों में खुद को उलझा लूं
अपने दिल को मैं सम्हालूं
आंखो से सैवाल न रोक पाऊं मैं..
जब एहसास होता हैं
मुझसे ज्यादा तू किसी और की फिक्र करता है
दिल को बहुत समझाती हूं
हक नहीं मुझे
तुझसे इश्क मांगने का
तू जिससे चाहे मोहब्बत कर
हक नही है मुझे ...