आजमाइशें ना करो.
आजमाइशें ना करो उन रिश्तों में
जिनको गिनते हो तुम फरिश्तों में!
हमेशा रखो उनको दिल के पास
बहुत खूबसूरत है उसका अहसास!
नहीं वक़्त का पता कब मोड़ ले ले
मरने से पहले खुलकर जिंदगी जी ले!
जब भी रिश्तों को किसी ने आजमाया
हर मोड़ पर खुद को अकेला पाया!
जिंदगी जीने के लिये कुछ वहम रहने दो
जो है हर जगह उनका अहम् रहने दो!
शिकायतें क्या करनी उनसे जो है दिल में
रास्ता चलते रहे क्या रखा है मंजिल में!
वो मेरा है तो जज़्बात मेरे समझ जायेगा
दिल वरना कश्मकश में उलझ जायेगा!
क्या करूँ कुछ समझ नहीं अब आता
बिन उसके कहीं भी रहा नहीं जाता!!
© Rashmi Garg
जिनको गिनते हो तुम फरिश्तों में!
हमेशा रखो उनको दिल के पास
बहुत खूबसूरत है उसका अहसास!
नहीं वक़्त का पता कब मोड़ ले ले
मरने से पहले खुलकर जिंदगी जी ले!
जब भी रिश्तों को किसी ने आजमाया
हर मोड़ पर खुद को अकेला पाया!
जिंदगी जीने के लिये कुछ वहम रहने दो
जो है हर जगह उनका अहम् रहने दो!
शिकायतें क्या करनी उनसे जो है दिल में
रास्ता चलते रहे क्या रखा है मंजिल में!
वो मेरा है तो जज़्बात मेरे समझ जायेगा
दिल वरना कश्मकश में उलझ जायेगा!
क्या करूँ कुछ समझ नहीं अब आता
बिन उसके कहीं भी रहा नहीं जाता!!
© Rashmi Garg