क़ाबिल न हो सका
#AloneInCrowd
कोशिश बहुत करीं, पर मैं क़ाबिल न हो सका
मैं भीड़ में रहकर के भी, शामिल न हो सका।
कितने ही बार यूँ तो मैं, पहुँचा किनारों तक
क़िस्मत में पर कभी मेरी, साहिल न हो सका।
औरों की साँसें छीनकर, मैं रह सकूँ ज़िन्दा
मैं अब तलक़ ज़मीर का, क़ातिल न हो सका।
लड़ता...
कोशिश बहुत करीं, पर मैं क़ाबिल न हो सका
मैं भीड़ में रहकर के भी, शामिल न हो सका।
कितने ही बार यूँ तो मैं, पहुँचा किनारों तक
क़िस्मत में पर कभी मेरी, साहिल न हो सका।
औरों की साँसें छीनकर, मैं रह सकूँ ज़िन्दा
मैं अब तलक़ ज़मीर का, क़ातिल न हो सका।
लड़ता...