टुकड़े-टुकड़े अक्स
#टूटेअक्स
मेरा वज़ूद क्या है दुनिया में
चमकती रूह है या ढलती काया
कभी पूछा ही नहीं है ये सवाल
जिंदगियों भर सुलझा नहीं पाया;
चिराग़ उसका मेरे दिल में
जला तो कभी बुझा ही नहीं
बाहर तलाशता रहा रोशनी
मैं मन को बना कर अपना साया;
मेरा वज़ूद क्या है दुनिया में
चमकती रूह है या ढलती...
मेरा वज़ूद क्या है दुनिया में
चमकती रूह है या ढलती काया
कभी पूछा ही नहीं है ये सवाल
जिंदगियों भर सुलझा नहीं पाया;
चिराग़ उसका मेरे दिल में
जला तो कभी बुझा ही नहीं
बाहर तलाशता रहा रोशनी
मैं मन को बना कर अपना साया;
मेरा वज़ूद क्या है दुनिया में
चमकती रूह है या ढलती...