आसान तों नहीं 😊
किसी से कहना आसान है
किसी का कहा सुनना कहां आसान है
गुज़रे वक्त में आज़ का होना कहां मुमकिन है
आज़ में गुज़रे वक्त को भुला देना कहां आसान है
तनहाई पसंद करना बात अलग है
तनहाई रास आए तों बात अलग है
दूर तलक तक तका उसने उस राह को
जिस पर उसके क़दमों के निशा जैसे आज़ भी हों
धुंधली नज़र ,भटकी राह , तन्हा सफ़र , बोझिल सांसें , उम्मीद साथ की
ऐसे में मंज़िल हासिल होना आसान तों नहीं
© पलक शर्मा
#palak #safar #raah #manzil #saath #WritcoQuote #shyari #Gazal #poem
किसी का कहा सुनना कहां आसान है
गुज़रे वक्त में आज़ का होना कहां मुमकिन है
आज़ में गुज़रे वक्त को भुला देना कहां आसान है
तनहाई पसंद करना बात अलग है
तनहाई रास आए तों बात अलग है
दूर तलक तक तका उसने उस राह को
जिस पर उसके क़दमों के निशा जैसे आज़ भी हों
धुंधली नज़र ,भटकी राह , तन्हा सफ़र , बोझिल सांसें , उम्मीद साथ की
ऐसे में मंज़िल हासिल होना आसान तों नहीं
© पलक शर्मा
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