...

6 views

तुम्हारे हाथों में
#लालसा_की_प्रतिध्वनि
मेरी इच्छा बस एक यही एक बार तुम्हें पा जाऊं मैं
अर्पण कर दूं दुनिया भर का सब प्यार तुम्हारे
हाथों में
यदि जग में रहूं तो ऐसे रहूं जो जल में कमल
का फूल रहे
मेरे अवगुण दोष समरति हों करतार
तुम्हारे हाथों में
यदि मानुष का मुझे जन्म मिले
तो तेरे चरणो की मैं पुजारन बनूं इस पुजक की
एक एक रग का हो तार तुम्हारे हाथों में
मुझमें तुममें बस भेद यही मैं नर हूं तुम हो
नारायण
मैं हूं संसार के हाथों में संसार तुम्हारे हाथों में