तुम्हारी पलकें
जब तुमने पलकों को चूमा, रात महकने लगी,
चाँदनी भी चुप थी लेकिन, बात महकने लगी।
तेरी साँसों की रवानी, दिल में उतरी यूँ लगा,
ख़्वाब सारे जाग उठे, और जज़्बात महकने लगी।
तेरी जुल्फ़ों की घनी छाँव...
चाँदनी भी चुप थी लेकिन, बात महकने लगी।
तेरी साँसों की रवानी, दिल में उतरी यूँ लगा,
ख़्वाब सारे जाग उठे, और जज़्बात महकने लगी।
तेरी जुल्फ़ों की घनी छाँव...