जाने दो...हर बुरे ख़याल को
#जाने-दो..!
जाने दो जो चला गया,
मृगछालों से जो ठगा गया।
बेवक्त जो वक्ता बना गया,
आता है हर साल फिर चला भी जाता है
पर अपनी खट्टी-मीठी यादें छोड़ जाता है
जाने दो हर बुरी बातों को ,बुरी यादों...
जाने दो जो चला गया,
मृगछालों से जो ठगा गया।
बेवक्त जो वक्ता बना गया,
आता है हर साल फिर चला भी जाता है
पर अपनी खट्टी-मीठी यादें छोड़ जाता है
जाने दो हर बुरी बातों को ,बुरी यादों...