सच कंहा जियेगा..
कानाफूसियों को जगह मिल जाती
सच की जगह ख़ाली है
बात मज़ेदार और मसाले से चटपटी
मर्तबान तो बस सवाली है
तू दिखा है…तू ही भला है
पीछे बस पीठ की पहरेदारी है
कंहाँ जगह है इंसानियत...
सच की जगह ख़ाली है
बात मज़ेदार और मसाले से चटपटी
मर्तबान तो बस सवाली है
तू दिखा है…तू ही भला है
पीछे बस पीठ की पहरेदारी है
कंहाँ जगह है इंसानियत...