कोई वादा नहीं
क्यों टूटना क्यों रोना
उसके जाने से क्यों तड़पना
उसने कोई साथ रहने का हमेशा वादा तो नही किया
फिर क्यों उसको गलत समझना
वादा तो ये था की मै खुद से काबिल रहुइंखुश रहूं
खुद का दम भरू
न किसी पर खुशियों के लिए निर्भर रहूं
वो तो चला गया क्योंकि कोई वादा न था
और मैं जजबातों मैं बहती चली गई
थोड़ा वक्त लगेगा पर संभल जाऊंगी
खुद से मैं खुद का वादा निभाऊंगी
उसके जाने से क्यों तड़पना
उसने कोई साथ रहने का हमेशा वादा तो नही किया
फिर क्यों उसको गलत समझना
वादा तो ये था की मै खुद से काबिल रहुइंखुश रहूं
खुद का दम भरू
न किसी पर खुशियों के लिए निर्भर रहूं
वो तो चला गया क्योंकि कोई वादा न था
और मैं जजबातों मैं बहती चली गई
थोड़ा वक्त लगेगा पर संभल जाऊंगी
खुद से मैं खुद का वादा निभाऊंगी