...

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बादल
☁️

बादल सा वजूद मेरा
चाहे तो हर कोई
लेकिन पनाह कोई नहीं देता,
हर बार, हर बात में,
अच्छा इंसान हूँ मैं
बेशक सभी के लिए,
मिटा सकता है जो
खुद को समर्पण में
लेकिन, मेरे लिए कोई
मेरे साथ नहीं चलता,
तुम तो सब संभाल लोगे !
ये जताकर
लड़खड़ाने का मौका भी नहीं देता
दर्द तो कोई तुमको
हो ही नहीं सकता,
मन की उदासी
चेहरे पर लाने का
कोई हक भी नहीं देता...
बादल सा वजूद मेरा
चाहे तो हर कोई
लेकिन पनाह कोई नहीं देता...

© संवेदना