कुछ नया ...कुछ पुराना 🖊️ 📖
#Life_diary
अजीब नहीं अफ़साना ये ज़िंदगी का कुछ नया है इसमें, कुछ जमा पुराना
क़याम अब कहाँ मिले बेचारे दिल को छोड़ा ही कब था इसने सुकून ढूँढना
बेवजह कोसता ही रहा है ये ख़ुद को भूला कब है अपने वादों को निभाना
खुशी सिर्फ़ अपने लिए जीने में नहीं है गैरों के लिए अच्छा करके तो देखना
क्या ख़ास किया है दुनिया में रहकर व्यर्थ ना जाए ,इधर आना और जाना
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© संवेदना
#कुछ_नया_कुछ_पुराना
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