तुम भूल जाओगे
एक रोज तुम भूल जाओगे
वो तमाम रातें
जो तुमने रोक कर गुजारी हैं
और सिर्फ याद होगा
तुम्हे सुबह का सूरज
जिन सपनों के टूटने से
टूट चुके थे तुम भी
वो सपने तुम्हे
आगे बढ़ कर
नए जीवन के तरफ बढ़ना सिखाएंगे
तुम्हे खुद...
वो तमाम रातें
जो तुमने रोक कर गुजारी हैं
और सिर्फ याद होगा
तुम्हे सुबह का सूरज
जिन सपनों के टूटने से
टूट चुके थे तुम भी
वो सपने तुम्हे
आगे बढ़ कर
नए जीवन के तरफ बढ़ना सिखाएंगे
तुम्हे खुद...