कैसे कह दूं?......
न कुछ सोचा कि मेरा हाल होगा क्या,
न कुछ समझा कि अंजाम होगा क्या,
न ही जाना कि मेरा जवाब होगा क्या,
दूर चले जाओ अब जिन्दगी से मेरी,
कह दिया कि तुम मेरे लगते हो क्या?
तुम्हारी वजह से सुकून छिन गई मेरी,
तुम्हारी वजह से...
न कुछ समझा कि अंजाम होगा क्या,
न ही जाना कि मेरा जवाब होगा क्या,
दूर चले जाओ अब जिन्दगी से मेरी,
कह दिया कि तुम मेरे लगते हो क्या?
तुम्हारी वजह से सुकून छिन गई मेरी,
तुम्हारी वजह से...