यादें तेरी लाया हूँ
राहों के सुखे फूल सही,
मैं तेरे लिए ही लाया हूँ ।
कुछ भूली बिसरी याद वही,
मैं सब चुन चुन कर लाया हूँ ।
बीतें हर साल जो मिनटों -से,
उनकी हर रात को लाया हूँ ।
सावन के झूलों की रस्सियां,
डब्बे में भर कर लाया हूँ ।
नन्हे पावों की तेरी चप्पलें,
मैं बढ़ते क्रम में लाया हूँ ।
तेरे भूले वो दोस्त तेरे,
मैं ढूंढ उन्हें भी...
मैं तेरे लिए ही लाया हूँ ।
कुछ भूली बिसरी याद वही,
मैं सब चुन चुन कर लाया हूँ ।
बीतें हर साल जो मिनटों -से,
उनकी हर रात को लाया हूँ ।
सावन के झूलों की रस्सियां,
डब्बे में भर कर लाया हूँ ।
नन्हे पावों की तेरी चप्पलें,
मैं बढ़ते क्रम में लाया हूँ ।
तेरे भूले वो दोस्त तेरे,
मैं ढूंढ उन्हें भी...