तकिया
कभी मीठी प्यारी लोरियां
कभी दर्द भरी सिसकियां
इकरार,तकरार,मनोहार
सुनता है ख़ामोश तकिया
दादी नानी की कहानियां
भजन,गीत और चौपाइयां
बुढ़ापे से लड़कपन के किस्से
सुनता है ख़ामोश तकिया
सुबह खनखनाती अंगड़ाईयां
रात की टूटी असहाय चूड़ियां
कहीं आह कहीं बेबस...
कभी दर्द भरी सिसकियां
इकरार,तकरार,मनोहार
सुनता है ख़ामोश तकिया
दादी नानी की कहानियां
भजन,गीत और चौपाइयां
बुढ़ापे से लड़कपन के किस्से
सुनता है ख़ामोश तकिया
सुबह खनखनाती अंगड़ाईयां
रात की टूटी असहाय चूड़ियां
कहीं आह कहीं बेबस...